रायगढ़।बदलता छत्तीसगढ़। खरसिया एसडीओपी प्रभात पटेल के इंटेलिजेंस ने एक बार फिर कमाल दिखाया है। भूपदेवपुर क्षेत्र के जबलपुर के जंगल में पिछले दो साल से चल रहे जुआ के एक बड़े फड़ का पर्दाफाश एसडीओपी की टीम ने किया है। इस रेड कार्रवाई की सबसे खास बात यह है कि इस कार्रवाई में भूपदेवपुर पुलिस को शामिल न कर खरसिया चौकी के जवानों को साथ लिया गया था। पुलिस ने मौके से जीत हार की बाजी लगा रहे एक दर्जन से अधिक जुआरियों को न सिर्फ दबोचने में कामयाबी पाई है बल्कि हजारों रुपये की जब्ती भी बनाई है। बताया जाता है कि छोटे लाल डनसेना नामक बड़नामशुदा जुआरी द्वारा पिछले 36 महीनों ने लगातार जबलपुर के जंगल मे ठिकाना बफल बदल कर जुआ खिलाया जा रहा था। बावजूद इसके इसकी कानोकान जानकारी न तो क्षेत्र की भूपदेवपुर पुलिस को थी और न ही साइबर सेल को। हैरत की बात तो यह थी कि जुआ के अड्डे पर रोजाना सुबह 11 बजे से ही जिले भर के 50 से अधिक जुआरियों की मौजुदगी हो जाती थी। खैर देर से सही लेकिन पुलिस के एक्शन के बाद जुआरियों में खलबली मची है।
मैनेज बगैर खेला नामुमकिन
जुआ खेलने या खिलाने से पहले सम्बंधित थाने की पुलिस को मैनेज किया जाता है। सेटिंग मैनेज हुई तभी खेला शुरू होता है। क्योंकि जुआ खेलने आने वाले मैनेज होने की दशा में ही लाखो रुपये लेकर मौके पर पहुंचते है। इसके अलावा जिस तरह से जबलपुर के जंगल मे 2सालों से जुआ चल रहा था औऱ इसकी कोई कानोकान जानकारी क्षेत्रीय पुलिस को न मिली यह हो नही सकता। बहरहाल देर से सही लेकिन पुलिस ने जैसी गाज गिराई उससे जुआरियों के बीच हड़कम्प मचना लाजिमी है।