महज 48 घँटे के भीतर कैशियर हत्याकांड से पर्दा उठ गया है। दरअसल प्रेमिका को मनीष ने पत्नी की तरह अधिकार जताना शुरू कर दिया था। यह बात प्रेमिका को नागवार गुजरी। लिहाजा पुराने प्रेमी के साथ मिलकर प्रेमिका ने मनीष को सजा ए मौत दे दी। पूरे मामले का खुलासा कंट्रोल रूम में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में एसपी ने की।
दो दिन पहले गढ़उमरिया के रहने वाले मनीष पंडा उम्र 35 वर्ष की संदिग्ध परिस्थितियों में लाश अमलीभौना के सड़क किनारे मिली थी। शिवम मोटर्स में बतौर कैशियर के रूप में कार्य करने वाले मनीष की इस तरह लाश मिलने से प्रथम दृष्टया मामला एक्सीडेंट का प्रतीत हो रहा था। पुलिस भी इसी एंगल से अपने जांच को आगे बढ़ा रही थी। लेकिन पीएम रिपोर्ट में जिस तरह खुलासा हुआ उसने पुलिस की पूरी थ्योरी को पलट कर रख दिया। बताया जाता है पहले से शादीशुदा मनीष का संबंध डभरा के कोसमन्दा की रहने वाली सरित पटेल से था। दोनों के बीच प्रेम संबंध काफी प्रगाढ़ था। इसलिए मनीष उसे पत्नी की तरह अधिकार जताने लगा था। चूंकि प्रेमिका बनी युवती स्वच्छंद विचारो की थी। पहले से ही उसके कई लड़को से दोस्ती थी। यही वजह थी कि पत्नी की तरह हक जताने से वह नाराज़ हो गई। 30 जून की रात अपने पुराने प्रेमी भूपदेवपुर के हरदीझरिया गांव के रहने वाले महेंद्र पटेल के साथ मिलकर पहले तो धोखे से जिंदल सीमेंट प्लांट के पीछे बुलाई । और फिर मनीष के सिर पर लोहे के रॉड से हमला कर दिया। जिससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई। बाद में मनीष की लाश को सड़क किनारे फेंक दिया। बहरहाल पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे रख दिया है।