: रायगढ़। जिले का सबसे बड़ा औद्योगिक समूह जिंदल स्टील एंड पावर इन दिनों सुर्खियों में है। इसकी पूरी वजह है, मैनेजमेंट के द्वारा जारी किया गया एक फतवा! एक ऐसा फतवा, जिससे कर्मचारी अपने आप को ‘शोषण का शिकार’ समझ रहे हैं ! लेकिन बिल्ली के गले में घंटी कौन बांधे ..? घर का खर्चा पानी भी देखना हैं,इसलिए जो कुछ हो रहा है चुपचाप सहते रहो!
नाम बड़े और दर्शन छोटे
अभी आप भी सोच रहे होंगे.. बड़े-बड़े CSR का वादा करने वाली, अखबारों में अपने रहमदिली की बड़ी-बड़ी खबरें छपवाने वाली.. इस जिंदल एंड पावर की रायगढ़ वाली कंपनी.. ने ऐसा क्या कर दिया..? तो हम बताते हैं आपको!
फतवा
एक्चुअल में हमें सूत्रों से पता चला कि कुछ महीने पहले मैनेजमेंट के द्वारा एक आदेश, जिसे उर्दू में फतवा भी कहा जाता है। उसमें साफ-साफ बोला गया था कि हर एम्पलाई (इसमे ठेकेदार वाले भी शामिल है) अपने 8 घंटा की ड्यूटी से 20 मिनट पहले अपनी उपस्थिति दर्ज करेगा और और 8 घंटा की ड्यूटी खत्म होने के 20 मिनट बाद ही ड्यूटी छोड़ेगा।
फन्दा
पापी पेट का सवाल है इसलिए एम्पलाई भी इस फतवे का पालन करते रहे! लेकिन कभी कबार, हर किसी को.. कुछ ना कुछ प्रॉब्लम हो जाती है तो, अगर वो ईमानदारी से अपने 8 घंटे की ड्यूटी खत्म करके.. ड्यूटी के 5 मिनट बाद भी चला गया तो.. शुरू में कुछ महीने तक ज्यादा कुछ नहीं कहा गया.. क्योंकि मैनेजमेंट का सबसे बड़ा फंडा होता है.. आगे ढिलाई दो, फिर करो कडाई!
ED का खौफ
लेकिन अब मैनेजमेंट कड़ाई सिस्टम पर उतारू हो गई है और शायद इतिहास ऐसा ही कभी सुना गया होगा कि ऐसी ब्रांडेड कंपनी का ‘एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर (ED)’ उन सारे एम्पलाइज की क्लास ले वह भी. ‘जिंदल सेंटर’ जैसी जगह में..?? जो जारी फतवे के अनुसार 20 मिनट पहले चले गया हो! भले ही उसने ईमानदारी से अपने 8 घंटे की ड्यूटी पूरी की हो ..? ऐसे में एंप्लॉई जाए तो जाए कहां ..? जब ED ही..??
श्रम विभाग की दोस्ती
रही बात रायगढ़ के श्रम विभाग की तो, वह तो ऐसी कंपनियों एंप्लॉयईएस से ज्यादा कंपनी के मैनेजमेंट से दोस्ती बढ़ने में व्यस्त है। यह बात कोई हवाबाजी नहीं है, इससे जुड़ा, इससे भी एक बड़ा मामला.. अगले एपिसोड में हम आपको बताएंगे! जिससे सब दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा!
डरिए कि आप रायगढ़ में है
“हमें फर्क नहीं पड़ता कि आपका बच्चा बीमार है, यह आपकी बूढ़ी माँ सीढ़ी से फिसल गई, या मोटा-मोटी समझ लो कि आपके घर में कोई इमरजेंसी हो गई! जान दो और ड्यूटी करो वरना लो संभालो अपनी नौकरी!”