Tuesday, October 28, 2025
Home शिक्षा पुलिस और प्रशासन ने कराई मध्यस्थता….जेएसडब्ल्यू आंदोलन का हुआ सुखद पटाक्षेप…मैनेजमेंट ने आंदोलनकारियों की 6 सूत्रीय मांगों को मानी..31 जुलाई तक हुई समय सीमा निर्धारित…सीएसआर से अब गांवों का होगा चहुँमुखी विकास…रोजगार में लोकल को होगी पहली प्राथमिकता …जमीन के बदले मिलेगी पक्की नौकरी….

पुलिस और प्रशासन ने कराई मध्यस्थता….जेएसडब्ल्यू आंदोलन का हुआ सुखद पटाक्षेप…मैनेजमेंट ने आंदोलनकारियों की 6 सूत्रीय मांगों को मानी..31 जुलाई तक हुई समय सीमा निर्धारित…सीएसआर से अब गांवों का होगा चहुँमुखी विकास…रोजगार में लोकल को होगी पहली प्राथमिकता …जमीन के बदले मिलेगी पक्की नौकरी….

by Surendra Chauhan

रायगढ़ अपनी मांगों को लेकर नारेबाजी करती ग्रामीणों की उग्र भीड़,पुलिस की तैनाती, मुख्य द्वार पर चक्काजाम करती महिलाएं।यह नाजारा था नहरपाली जेएसडब्ल्यू प्लांट का।जंहा पिछले दो दिनों से आंदोलन के कारण माहौल में तनाव की स्थिति निर्मित हो गई थी।लेकिन पुलिस और प्रशासन की मध्यस्थता ने अहम रोल अदा किया।यह मध्यस्था का ही असर था कि जटिल हो चला आंदोलन चंद घण्टो में ही सुलझ गया।बता दे जेएसडब्ल्यू के खिलाफ अपनी 6 सूत्रीय मांगों को लेकर ग्रामीण धरना प्रदर्शन में बैठ गए थे। सबसे अहम मांग थी जमीन के बदले कम्पनी में स्थाई नौकरी। आंदोलन को खत्म करने की कम्पनी मैनेजमेंट की सारी कोशिशें ग्रामीणों के सामने नाकाम हो रही थी। ऐसे में एसडीओपी की पहल पर कम्पनी के उच्च अधिकारियों की एक कोर टीम बनाई गई।जिनके द्वारा प्रतिनिधिमंडल के सारी मांगो को पूर्ण करने पर अपनी सहमति दे दी।

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