

बदलता छत्तीसगढ़।खरसिया। नवांगतुक एसडीएम प्रवीण तिवारी ने गुरुवार को खरसिया सभागार में कर्मचारियों और जनप्रतिनिधियों की पहली बैठक ली।बैठक भले ही औपचारिक भेंट मुलाकात की थी।लेकिन पहली बैठक में एसडीएम तिवारी ने जिस तरह आमजन की समस्याओं को निराकरण करने और जनहित के कार्यों को पूरा करने जोर दिया।उसने आगामी दिनों में होने वाले कार्यों की गति और उसकी गंभीरता को लेकर अपनी झलक दिखला दी है। एसडीएम का पूरा जोर जनता की समस्याओं और विकास कार्यो को पूरा करने पर दिखा। उन्होंने साफतौर से कहा कि जनता ही उनके लिए सर्वोपरी है।उनके सम्मान से लेकर कार्यों को पूरा करने पर ही पूरा फोकस रखना है।
पानी की विकराल समस्या उजागर
खरसिया समेत ग्रामीण क्षेत्रो में नलजल के कार्य होने के बाद भी पानी की विकराल समस्या उजागर होने के बाद एसडीएम ने पीएचई के एसडीओ को जमकर तड़ी लगाई। उन्होंने साफतौर से कहा कि आम आदमी प्रचंड गर्मी में पानी को लेकर जद्दोजहद करता रहा,लेकिन पीएचई फाइलों में मेंटेनेंस और पानी की व्यवस्था करता रहा।आने वाले दिनों में एसडीएम के साथ पूरा प्रशासनिक अमला पानी की समस्याओं को नजदीक से जानने और उसके निराकरण के लिए गांवों की टोह लेगा। गांवों की समस्या यथावत रही तो इसकी जवाबदारी पीएचई की होगी। इसी तरह अन्य विभागों के कर्मचारियों को नसीहत देते हुए सड़क बिजली ,स्वास्थ्य ,मनरेगा समेत हरेक कार्यो को पूरी गंभीरता से पूरा करने निर्देश दिए गए है। बैठक के दौरान तहसीलदार अनुराधा पटेल,जनपद पंचायत के अध्यक्ष ,उपाध्यक्ष, जनपद सदस्य समेत पूरे कर्मचारी उपस्थित थे।

संघर्ष में गुजरा जीवन
एसडीएम श्री तिवारी ने बताया कि संघर्ष और प्रताड़ना से उनका पुराना नाता है। जब वे 12वी पढ़ते थे तब नगर निगम में पानी की समस्या को लेकर गए थे,जंहा उनसे रूपये की मांग की गई। पैसे नही देने पर उनकी समस्या तो दूर नही हुई अलबत्ता उनके घर का नल कनेक्शन जरूर काट दिया गया। इस तरह की कोई स्थिति उनके कार्यकाल में निर्मित न हो इसका ख्याल रखना बेहद जरूरी है। बहरहाल एसडीएम प्रवीण ने जिस तरह बैठक में जनता की समस्याओं को फोकस रखने पर पूरा जोर दिया।उससे उनकी सौम्यता,संवेदनशीलता और प्रशासनिक कार्यो के प्रति गंभीरता साफतौर से उजागर होती है। यही वजह है कि श्री तिवारी को अभी से जनता का एसडीएम माने जाने लगा है।बता दे यह वही खरसिया है जंहा लोगों को अपने कार्यो को लेकर महीनों दफ्तर के चक्कर लगाने पड़ते है।छोटे से छोटे कार्यो को लेकर बाबुओं को अतिरिक्त चढ़ावा देना होता है।लोग परेशान है।समस्याओं से घिरे है।लिहाजा ऐसे में नए एसडीएम के रूप में श्री तिवारी की पदस्थापना होने के बाद प्रशासनिक कार्यो में किस तरह कसावट आएगी,जनता की परेशानी किस कदर दूर होगी।यह आने वाला वक्त ही बता पायेगा।