Monday, November 25, 2024
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जिंदल के 7सौ ठेकाकर्मी सड़क पर…अपनी मांगों को लेकर बेमियादी हड़ताल पर..जनरल इंजियरिंग ठेका कम्पनी के कुशल श्रमिक है प्रर्दशनकारी…सरकारी नियमों के विपरीत दिया जा रहा वेतन…

by Surendra Chauhan

रायगढ़।। जेएसपीएल जिंदल के 7सौ कर्मचारी सड़क पर उतर गए है। दरअसल ठेका कम्पनी जेई यानी जनरल इंजियरिंग के ठेका कर्मचारी कम्पनी के मनमाने रवैये से त्रस्त होकर बेमियादी हड़ताल पर चले गए है। बताया जाता है कि जेई इंजियरिंग के सारे कामगारों को पहले 12-12 घँटे काम लिया जाता था। इसी वर्क के आधार पर ही कामगारों का वेतन 20 हजार के आसपास पहुंच जाता था। लेकिन इस बार कंपनी ने नियमों में बदलाव करते हुए ओवरटाइम बन्द कर दिया है। ओवरटाइम बन्द होने का असर मजदूरों के वेतन में हुआ है। अब कामगारों को महज 12हजार में गुजारा चलाने की नौबत आ गई है।एकाएक लगें इस झटके से कामगार बैकफुट पर आ गए है। उनकी आर्थिक स्थिति बुरी तरह से डगमगा गई है।।यही वजह है कि कम्पनी के 7सौ कामगारों ने एक साथ बगावत का बिगुल फूंकते हुए कामबंद आंदोलन शुरू कर दिया है।

क्या है मांगे

मजदूरों का साफतौर से कहना है कि वे पिछले 10 -15 सालों से बतौर कर्मचारी के रूप में कार्य कर रहे है। सरकारी नियमों के तहत कुशल श्रमिक के अनुसार उन्हें वेतन मिलना चाहिए। लेकिन उसके बाद भी उन्हें अर्धकुशल से भी कम वेतन दिया जा रहा है। यह सीधा सीधा नियमों के विपरीत है। मजदूरों की मांगें है कि उन्हें पूर्व की तरह ही वेतन दिया जाए भले ही उनसे कार्य 8घँटे लिया जाए। मांगे पूरी नही होने पर वे उग्र आंदोलन करने पर विवश है।

कम्पनी ने उठाये हाथ

जीई कम्पनी के इंचार्ज ने बताया कि कामगारो को 10 10 घँटे के लिहाज से वेतन दिया जा चुका है।।जबकि उन्होंने 8-8घँटे का कार्य किया है। अब कम्पनी और कहा से वेतन देगी।।

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