“”जंगल के बीचोबीच पहाड़ की ऊंची चोटी पर एक गांव में महिला प्रसव पीड़ा से तड़प रही थी।स्थानीय स्तर पर स्वास्थ्य सुविधा की कोई उम्मीद न थी। हालत बेहद खराब।ऐसी परिस्थितियों में डायल 112 राइनो का ख्याल आया।राइनो पहुंची,लेकिन पहाड़ी जंगली रास्ता और नाला के पार जाना राइनो वाहन के लिए मुश्किल था। ऐसे में पुलिस जवान ने अपने ड्राइवर की मदद से कावड़ में गर्भवती महिला को बिठाकर न सिर्फ जंगल के दुर्गम रास्तों से नीचे उतारा बल्कि उफनते नाले को भी पार कराया। अस्पताल पहुँचने पर महिला ने एक स्वस्थ बच्चें को जन्म दिया है। खाकी सिर्फ आपके लिए ही है।इस बात को आज कापू थाना क्षेत्र के पुलिस जवानों ने सही साबित कर दिखाया है। इंसानियत का फर्ज अदा करने वाले जवान विपिन किशोर खलखो और एआरवी वाहन ड्राइवर छोटू दास के हौसले को न्यूज़ बदलता छत्तीसगढ़ सलाम करता है”
रायगढ़/बदलता छत्तीसगढ़। खाकी का चेहरा भले ही बाहर से कितना भी कठोर क्यों न हो,लेकिन उनकी भी छाती में एक दिल धड़कता है।जो न सिर्फ मजलूमों की मदद करता है बल्कि जरूरत पड़ने पर उनकी रक्षा भी कर सकता है। इस बात को आज सही साबित कर दिखाया है। कापू थाना क्षेत्र के पोरमेर गांव की घटना ने।प्रसव पीड़ा से कराह रही महिला के लिए पुलिस एक देवदूत बनकर आई।
पुलिस मदद के लिए हमेशा आगे रहती है । थाना कापू क्षेत्र अंतर्गत पहाड जंगल के बीच ग्राम पारेमेर घुटरूपारा बसा है, बरसात के दिनों में गांव के एक ओर चार पहिया वाहन का पहुंचना मुश्किल है। ऐसे में घुटरूपारा में एक गर्भवती महिला का दर्द उठना परिवार के लिए मुसीबत बन गया। परिवार ने गर्भवती सुष्मिता (28 साल) को अस्पताल तक पहुंचाने डायल 112 को मदद के लिए काल किया गया । मेडिकल इमरजेंसी का काॅल थाना कापू राईनो को प्राप्त हुआ। कालर ने महिला को प्रसव पीड़ा होने की जानकरी दी । डायल 112 ड्यूटी में तैनात आरक्षक विपिन किशोर खलखो और ईआरवी वाहन चालक छोटू दास तुरंत रवाना हुए । गर्भवती महिला का घर नाला, पहाड़ी के उस पार स्थित होने और वाहन आवागमन के लिए रास्ता नहीं होने से आरक्षक प्रबल किशोर और वाहन चालक छोटू दास पैदल ही महिला के घर पहुंचे। गर्भवती महिला की स्थिति को देखकर बिना देरी किये आरक्षक प्रबल किशोर ने कावड़ से प्रसव पीड़ित महिला को वाहन तक ले जाने घरवालों को राजी किया और स्वयं एक युवक के साथ कांवर में महिला को उठाकर डायल 112 वाहन की ओर चल पड़ा। गर्भवती महिला को कांवर में लेकर जवान करीब 03 किमी पहाड़ी, नाला को पार कर Dial 112 के वाहन तक पहुंचा और वाहन में बिठाकर अस्पताल ले जा रहा था । रास्ते में गर्भवती को अत्यधिक पीडा होने से जवान ने सूझबूझ का परिचय देते हुए वाहन पेड की आड में खडा कराया, जहां मितानिन और महिला के परिजन ने बपर्दा गर्भवती महिला का सुरक्षित प्रसव कराया गया जिसे डायल 112 वाहन से तत्काल नजदीकी शासकीय अस्पताल जमरगा में दाखिल किया गया । जच्चा बच्चा दोंनो स्वस्थ हैं । स्थानीय लोगों ने ऐसी स्थिति में डायल 112 के त्वरित प्रतिक्रिया और सहायता के लिए पुलिस की सराहना की है।