Sunday, September 8, 2024
Home शिक्षा मिला इंसानियत निभाने का पुरुस्कार… कापू थाना के जवान विपिन खलखो और राइनो ड्राइवर छोटू को डीजीपी ने किया सम्मान…प्रसव पीड़ा से तड़प रही थी महिला…जवान और ड्राइवर ने कंधे में कावड़ उठाकर पहले जंगली दुर्गम रास्ते से निकाला और फिर उफनते नाले को भी पार कराया…मानवता के पुजारियों की पूरे प्रदेश ने की थी प्रशंसा….

मिला इंसानियत निभाने का पुरुस्कार… कापू थाना के जवान विपिन खलखो और राइनो ड्राइवर छोटू को डीजीपी ने किया सम्मान…प्रसव पीड़ा से तड़प रही थी महिला…जवान और ड्राइवर ने कंधे में कावड़ उठाकर पहले जंगली दुर्गम रास्ते से निकाला और फिर उफनते नाले को भी पार कराया…मानवता के पुजारियों की पूरे प्रदेश ने की थी प्रशंसा….

by Surendra Chauhan

“”कापू थाना क्षेत्र के एक सुदूर जंगली क्षेत्र में प्रसव पीड़ा से महिला तड़प रही थी। स्वास्थ्य सेवा की कोई उम्मीद न थी।ऐसे में देवदूत बनकर आए जवान विपिन किशोर खलखो और राइनो ड्राइवर छोटू दास ने जिस तरह गर्भवती महिला को कावड़ में बिठाकर लगातार तीन किलोमीटर तक अपने कंधे पर ढोया। कर्तव्य प्रणयता का ऐसा नयाब उदाहरण पहले कभी नही देखा गया।।खासकर पहाड़ी जंगली दुर्गम रास्ते से निकलते हुए उफनते नाला को भी पार कराया। यह जवान और ड्राइवर के हौसले का ही कमाल था कि एक महिला और उसके गर्भ में पल रहे शिशु की जान बच पाई।अपने जवान और राइनो ड्राइवर के इसी हिम्मत को पुलिस विभाग ने सम्मान करते हुए बकायदा डीजीपी अशोक जुनेजा के हाथों पुस्कृत भी कराया। इंसानियत का धर्म निभाने वाले अपने दोनों जवानों को पुलिस महानिदेशक ने न सिर्फ मुक्तकंठ से प्रशंसा की बल्कि उनकी पीठ भी थपथपाई।

रायगढ़/बदलता छत्तीसगढ़/

ज़िला रायगढ़ थाना कापू क्षेत्रांतर्गत ग्राम पारेमेर घुटरूपारा में एक महिला को प्रसव पीड़ा हो रही है की सूचना पर ईआरव्ही कापू रायनो-1 को मौके पर तत्काल रवाना किया गया। त्वरित कार्यवाही करते हुए मौके पर पहुँकर ईआरव्ही टीम को कॉलर ने दुरभाष में बताया कि पीड़ित महिला का गांव लैलूंगा घुटरूपारा लगभग 3 किमी पहाड़ी के ऊपर है। पीड़िता के घर तक का पहुॅच मार्ग खेत, नाला व पगडण्डी का था, जिस पर 112 वाहन का पहुंचना संभव नहीं था।
मामले की गंभीरता को देखते हुए डायल 112 की टीम पैदल पीड़िता के घर तक पहुंची। डायल 112 टीम ने देखा कि पीड़िता प्रसव पीड़ा से तड़प रही थी तथा उसे अस्पताल ले जाने कोई साधन उपलब्ध नहीं था न ही पीड़ीता डायल 112 वाहन तक जाने में सक्षम थी। टीम ने सुझबुझ का परिचय देते हुए पीड़िता को कांवर में बैठाकर पैदल खेत, नाला व पगडण्डी के रास्ते मितानिन व परिजनों के साथ ला रहे थे। परन्तु रास्ते में प्रसूता की पीड़ा अत्यधिक बढ़ जाने से नाला किनारे पेड़ के नीचे मितानिन ने महिला सदस्यो के सहयोग से प्रसूता का सुरक्षित प्रसव करवाया गया। प्रसव उपरान्त प्रसूता को कांवर में तथा नवजात शिशु को गोद में लेकर नाला पार किया गया और डायल 112 वाहन तक पहुॅचे। टीम ने नवजात शिशु व प्रसूता को ईआरव्ही वाहन में सुरक्षित बैठाकर त्वरित कार्यवाही करते हुए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र जमरगा पहुँचाया गया।
डायल 112 टीम द्वारा सुझबुझ व कर्त्तव्य परायणता का परिचय देते हुए प्रसूता व नवजात शिशु को समय पर आपातकालीन सहायता पहुँचाने के फलस्वरूप पीड़ित महिला के परिजनों द्वारा डायल 112 टीम का आभार व्यक्त करते हुए धन्यवाद दिया गया।

    डायल 112 टीम के कर्मचारी आरक्षक 637 बिपिन किशोर खलखो एवं चालक छोटू दास को पुलिस मुख्यालय में पुलिस महानिदेशक अशोक जुनेजा (भा.पु.से.) द्वारा नगद पुरस्कार एवं प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया, इस अवसर पर अति. पुलिस महानिदेशक ,प्रदीप गुप्ता, पुलिस अधीक्षक (डायल 112)  अविनाश ठाकुर एवं डायल 112 के स्टाफ उपस्थिति रहे।

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